Haryana Loksabha Election 2024: हरियाणा कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव लड़ने वाले टिकट के दावेदारों के आवेदन आ गए है। राज्य में कुल 314 नेताओं ने टिकट की दावेदारी की है। इस लिस्ट में भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री के बेटे सुनील शास्त्री ने हरियाणा के लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का दावा किया है।
उन्होंने कांग्रेस टिकट पर धर्मनगरी से चुनावी टिकट मांगा हैं। इसके लिए उन्होंने लिखित में आवेदन किया है। कांग्रेस पार्टी द्वारा भी नामांकित करने वाले की सूची तैयार करते हुए कुरुक्षेत्र से सुनील शास्त्री का नाम सबसे शीर्ष पर रखा गया है। कुरूक्षेत्र सीट के लिए कुल 45 नेताओं ने आवेदन किया है।
314 आवेदनों में सबसे ज्यादा सोनीपत से 79 नेताओं ने चुनाव लड़ने की इच्छा रखी है। जबकी हुड्डा के गढ़ रोहतक से केवल तीन ही आवेदन आए हैं। इसी तरह भिवानी-महेंद्रगढ़ से छह, गुड़गांव से 10, अंबाला से 40, सिरसा से 40, हिसार से 34, करनाल से 48 और फरीदाबाद से 9 नेताओं ने टिकटों की मांग की है।
सुनील शास्त्री यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश सरकार में पांच मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं। 1987-88 में राजीव गांधी ने उन्हें भूतपूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के खिलाफ इलाहबाद क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा था।
2019 में कांग्रेस के टिकट पर कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री चौ. निर्मल सिंह के फिर से मैदान में आने की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने इस बार लोकसभा चुनाव के लिए आवेदन ही नहीं किया है।
कांग्रेस के फलो वर्ग विभाग के राष्ट्रीय कन्विनर और यूपी के समर्थक रह रहे रेजिडेंट एडवोकेट अनिल सैनी ने भी कुरुक्षेत्र सीट के लिए दावा ठोका है। अनिल सैनी ने कुरुक्षेत्र के अलावा किशोर से भी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।
बड़ी बात ये है कि लोकसभा चुनावों के लिए बड़े नेताओं ने आवेदन ही नहीं किया है। मोटे तौर पर पार्टी के सिटिंग एमएलए भी लोकसभा चुनाव लड़ने के मूड़ में नहीं हैं। महज दो विधायकों – राव दान सिंह और आफताब अहमद ने ही लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। इस तरह की चर्चाएं पार्टी गलियारों में रही हैं कि बड़े नेताओं व सिटिंग एमएलए में से कुछ को लोकसभा के रण में उतारा जा सकता है। रोहतक से लगातार तीन बार सांसद रहे दीपेंद्र हुड्डा ने इस बार टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है।
इस तरह की खबरें थी कि दीपेंद्र ने आवेदन किया है, लेकिन पार्टी द्वारा तैयार की गई टिकट के दावेदारों की सूची में उनका नाम नहीं है। हालांकि दीपेंद्र हुड्डा सार्वजनिक मंचों से यह ऐलान कर चुके हैं कि वे रोहतक पार्लियामेंट से ही चुनाव लड़ेंगे। 2019 के चुनावों में वे भाजपा के डॉ़ अरविंद शर्मा के हाथों लगभग छह हजार मतों के अंतर से चुनाव हार गए थे।
पूर्व मंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रिश्तेदार करण सिंह दलाल लोकसभा जाने की इच्छा रखते हैं। वे पहले भी फरीदाबाद से टिकट मांगते रहे हैं। दलाल ने फरीदाबाद लोकसभा की टिकट के लिए आवेदन किया है।
पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप के बेटे विजय प्रताप सिंह ने भी टिकट की मांग की है। इसी तरह से जयप्रकाश नागर, नसीर अजमत और टैक्स ट्रिब्यूनल के चेयरमैन रहे सुभाष कौशिक ने भी फरीदाबाद सीट के लिए दावा ठोका है। फरीदाबद से मनधीर मान, संजीव चौधरी, जगजीत शर्मा और यशपाल नागर भी टिकट मांग रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं के बीच गुरुग्राम की टिकट को लेकर रोचक मुकाबला हो सकता है। यहां से चुनाव लड़ चुके पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने नाराज़गी की वजह से आवेदन नहीं किया है। अलबत्ता महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह ने गुरुग्राम सीट के लिए क्लेम किया है। दान सिंह और अजय यादव के बीच राजनीतिक रूप से छत्तीस का आंकड़ा है।
नूंह विधायक आफताब अहमद के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव आशीष दुआ भी गुरुग्राम से टिकट मांग रहे हैं। कलमबीर सिंह, रोहतास बेदी, मुकेश शर्मा, मकसूद अहमद तथा युवा नेता वर्द्धन यादव भी यहां से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी सुभाष यादव और महेंद्र छाबड़ा भी टिकट के लिए मैदान में आ चुके हैं। कुमारी सैलजा और किरण चौधरी ने सुभाष यादव की कांग्रेस में एंट्री करवाई है।
पूर्व सीपीएस और महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह ने गुरुग्राम के साथ भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से भी क्लेम किया है। यहां से सांसद रह चुकी श्रुति चौधरी ने भी टिकट के लिए आवेदन किया है।
भूतपूर्व सीएम स्व़ चौ़ बंसीलाल की पौत्री श्रुति चौधरी की माता किरण चौधरी तोशाम से विधायक हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ से अंकित, सत्यवीर यादव, बबरू भान और बहादुर सिंह भी टिकट की डिमांड कर रहे हैं। रोहतक से केवल तीन लोगों ने आवेदन किया है। इनमें सुनारियां कलां निवासी सुमित कुमार, गन्नौर की ज्योत्सना धनखड़ गुलिया और रोहतक के डॉ़ ओम नारायण पंडित शामिल हैं।
कांग्रेस टिकट के लिए सोनीपत में सबसे अधिक मारामारी है। यहां से 79 लोग टिकट मांग रहे हैं। पूर्व सांसद और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रह चुके धर्मपाल सिंह मलिक, पूर्व विधायक सुखबीर सिंह फरमाणिया व पदम सिंह दहिया भी टिकट मांग रहे हैं।
एडवोकेट अनिल सैनी, कर्नल रोहित चौधरी, अशोक सरोहा, शिवचरण शर्मा, विंग कमांडर सुरेंद्र पाल गौड़, मनोज कुमारी, पुष्पा बागड़ी, प्रेम सिंह अत्री और धर्मबीर सिंह आदि टिकट मांग रहे हैं। करनाल से पूर्व विधायक भरत सिंह छोक्कर, चाणक्य पंडित, अशोक मेहता, धर्मपाल गुप्ता, शांतनु चौहान, ओमप्रकाश कश्यप, जंगला राम, गीता रानी, विंग कमांडर सुरेंद्र पाल गौड़, राजेश शर्मा, बाबू राम कौशक सहित 48 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है।
हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री प्रो़ संपत्त सिंह खुद लोकसभा चुनाव से पीछे हट गए हैं। वे खुद भी हिसार से चुनाव लड़ चुके हैं। अपने बेटे गौरव संपत्त सिंह की राजनीतिक एडजस्टमेंट के लिए टिकट मांग रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश ‘जेपी’ एक बार फिर हिसार से मैदान में आना चाहते हैं।
हिसार से मुकेश गर्ग, सूबे सिंह पूनिया, रामदास आर्य, दलजीत पांचाल, सुभाष वर्मा, सत्यबाला मलिक, कुलजीत सिंह, अशोक कादियान, डॉ़ रमेश पूनिया सहित 34 लोगों ने टिकट के लिए दावा ठोका है। इसी तरह कुरुक्षेत्र से सुनील शास्त्री के अलावा पृथी सैनी (सीवन) सत्यविंद्र सिंह संधू ‘टिम्मी’, सैलजा समर्थक निलय सैनी, विशाल सैनी, इंद्रजीत सिंह, पूर्व मंत्री चरण दास शोरेवाला के बेटे अनिल कुमार शोरेवाला सहित 45 लोगों ने टिकट मांगी है।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अंबाला व सिरसा लोकसभा क्षेत्र के लिए 40-40 नेताओं द्वारा टिकट के लिए आवेदन किया है। अंबाला से डॉ़ कपूर सिंह, जगमल सिंह, प्रदीप कुमार, दयाल सिंह पिंजौरी, सुनील कुमार ढांडा, रविंद्र कुमार, बृजपाल छप्पर, पिंकी छप्पर, डॉ़ जीत सिंह आदि ने टिकट मांगा है। मुलाना विधायक वरुण चौधरी के चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन उनका आवेदन ही नहीं आया है। यहां से सांसद रहीं कुमारी सैलजा ने भी आवेदन नहीं किया है।
इसी तरह सिरसा से पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी व डॉ़ सुशील इंदौरा के अलावा विकास कुमार, इंद्र राज, देव राज वाल्मीकि, सज्जन सिंह नरवाना, प्रभू राम, रामभज, किताब सिंह सहित 40 लोगों ने आवेदन किया है।
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