चंडीगढ़: इनेलो पार्टी के फर्जी प्रमाण पत्र का इस्तेमाल कर अमेरिका में शरण लेने के मामले में अमेरिकी दूतावास के इमिग्रेशन विभाग से चार लोगों का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को इनेलो के चंडीगढ़ हैड ऑफिस पहुंचा।
हैड ऑफिस पहुंचने पर इमिग्रेशन विभाग के प्रतिनिधि मंडल ने शरण लेने के लिए उनके पास आए आवेदनों के बारे में इनेलो के ऑफिस सेक्रेटरी से जानकारी मांगी। जब ऑफिस सेक्रेटरी द्वारा दस्तावेजों की जांच की गई तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए।
इनेलो के ऑफिस सेक्रेटरी ने बताया कि पिछले साल जुलाई महीने में अवैध रूप से अमेरिका जाकर शरण लेने के लिए फर्जी तरीके से इनेलो पार्टी के प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किए जाने की सूचना मिली थी।
सूचना मिलते ही इनेलो पार्टी की तरफ से तुरंत संज्ञान लेते हुए अमेरिकी दूतावास को एक पत्र लिखा गया जिसमें यह स्पष्ट किया गया था कि इनेलो पार्टी ने इस तरफ से इस तरह के कोई भी प्रमाण पत्र जारी नहीं किए हैं और इससे पार्टी की बदनामी हो रही है।
अमेरिकी दूतावास ने पत्र पर संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की पड़ताल की और उसकी जांच के लिए इनेलो ऑफिस पहुंचे।
मामले की पड़ताल के बाद अमेरिकी दूतावास के प्रतिनिधि मंडल ने इनेलो पार्टी द्वारा उनको पूरे मामले के बारे में अवगत कराने और जांच पड़ताल में सहयोग करने की तारीफ की।
जांच पड़ताल के बाद दोनों पक्षों में यह सहमति बनी कि ऐसे किसी मामले में इनेलो पार्टी के हैड ऑफिस द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र ही वैध माने जाएंगे।
इसके अलावा किसी की तरफ से फर्जी प्रमाण पत्र दिया जाता है और इनेलो के सिंबल का गलत इस्तेमाल करते हुए पैसे लिए जाते हैं तो इनेलो पार्टी की तरफ से उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा।
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