1.4 लाख किसानों ने मांगा मुआवजा, केवल 29,438 को मिला, AAP ने हरियाणा सरकार को घेरा

कुरुक्षेत्र/अंबाला: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने मंगलवार सुबह कुरुक्षेत्र में कुरुक्षेत्र, कैथल और शाम को अंबाला में अंब…

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Sandeep Pathak


कुरुक्षेत्र/अंबाला: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने मंगलवार सुबह कुरुक्षेत्र में कुरुक्षेत्र, कैथल और शाम को अंबाला में अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस मौके उनके साथ आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता और वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने हरियाणा में किसानों की खस्ता हालत के मुद्दे पर हरियाणा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों के साथ लगातार धोखा करती आ रही है। हरियाणा में किसानों की खस्ता हालत की जिम्मेदार भाजपा सरकार है। 


उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के खिलाफ काम कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। किसानों की 7 लाख एकड़ से ज्यादा फसल बर्बाद हुई थी। जोकि डेढ़ लाख किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए था लेकिन मात्र 20-30 हज़ार किसानों को ही मुआवजा मिला। लगता है खट्टर सरकार को किसानों से दुश्मनी है। हरियाणा सरकार किसानों से बदला ले रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को अच्छी भावना से देश चलाना चाहिए।


उन्होंने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक भारी बारिश और बाढ़ से खराब फसलों की मुआवजा राशि 5 महीने बाद जारी की गई और वह भी आधी अधूरी जारी की गई। यह दिखाता है कि सरकार किसानों को लेकर कितनी सीरियस है। उन्होंने कहा आंकड़े बताते हैं कि 1.4 लाख किसानों ने मुआवजा मांगा था,  लेकिन सिर्फ 29,438 किसानों को केवल 31 करोड़ रुपए जारी किया गया। उन्होंने कहा कि लगभग 6.87 लाख एकड़ फसल खराब हुई, लेकिन सरकार ने अभी 99,039 एकड़ फसल ही खराब मानी है। इससे साबित होता है कि सरकार के किसान को मुआवजा देने के सारे दावे खोखले निकले। हरियाणा में किसानों के साथ लगातार धोखा हो रहा है।


उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसान लगातार धरने प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों पर आज तक एक शोक प्रस्ताव भी पास नहीं किया। बल्कि उल्टा कृषि मंत्री किसान नेताओं और उनके परिवारों पर अभद्र टिप्पणी करते हैं।


उन्होंने कहा कि एक लाख हेक्टेयर फसल कीड़ा लगने से बर्बाद हो गई, लाखों एकड़ फसल मौसम से बर्बाद हो गई, लाखों एकड़ फसल और खेत रेती से बर्बाद हो गए, लाखों एकड़ फसल बाढ़ से बर्बाद हो गई लेकिन सरकार ने किसानों की कोई मदद नहीं की। भाजपा सरकार ने किसानों को केवल पोर्टल में उलझाए रखा, वह पोर्टल जो कभी चलते ही नहीं हैं। वहीं मंडियों में फसल बदइंतजामी की भेंट चढ़ गई।


उन्होंने कहा कि आंकड़ों के अनुसार 7 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा फसल खुले में पड़ी होने और भीगने की वजह से मंडियों में खराब हुई है। न ही किसानों को फसलों के सही दाम मिले। खाद के लिए भी किसानों की लंबी लंबी लाइनें लगी। 6 घंटे लाइन में लगकर एक बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। यह बताने के लिए काफी है कि यह सरकार किस तरह से किसानों को कुचल रही है।


उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने बार-बार चेतावनी दी थी फिर भी सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किया और अंत में वही हुआ जो हर साल होता है। सरकार की खराब नीतियों का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। भाजपा सरकार के राज में हरियाणा के किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जैसे पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने फसल कटने से पहले किसानों के खातों में मुआवजा पहुंचाया। ऐसे ही हरियाणा में भी किसानों को केवल आम आदमी पार्टी ही बचा सकती है। इसलिए अब हरियाणा के किसान भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनाएंगे।

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