Haryana News: आम आदमी पार्टी के दबाव के चलते हरियाणा के सिरसा जिला प्रशासन ने आज फिर जिला परिषद की विशेष बैठक बुलाई। बैठक में आम आदमी पार्टी के छह पार्षदों की ओर से जिला परिषद चेयरमैन करण चौटाला और जिला प्रशासन से विकास कार्यों को लेकर जवाब मांगा गया।
जिला परिषद द्वारा बांटे जा रहे स्ट्रीट लाइट वितरण प्रक्रिया में अनियमितता को लेकर पार्षदों ने सवाल पूछे। आरोप है कि करण चौटाला जवाब देने की बजाय जिला प्रशासन के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराने लगे।
इस पर आप पार्षदों ने पूछा कि जिला प्रशासन के अधिकारी आपसे सवाल पूछते हैं और आप जिला प्रशासन के अधिकारियों को कटघरे में खड़ा करते हैं। पार्षदों का आरोप है कि करण चौटाला उनके सवालों का जवाब देने की बजाय बैठक से चले गए। ऐसे में पार्षदों ने हंगामा किया और नारेबाजी की।
आप पार्षद गुरचरण सिंह फौजी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने विकास कार्यों में देरी और अनियमितताओं को लेकर करण चौटाला से सवाल पूछा था। उन्होंने सवाल का जवाब देने के बजाय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से जिला प्रशासन के अधिकारी और कर्ण चौटाला एक-दूसरे के पाले में गेंद खेल रहे हैं। आज भी जब हमने इस बारे में पूछा तो करण चौटाला बैठक छोड़कर चले गए।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बैठक में करण चौटाला और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच तीखी बहस हुई। हंगामा इतना बढ़ गया कि करण चौटाला बिना किसी एजेंडे पर चर्चा किए ही बैठक से चले गए। इसके बाद गुस्साए आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
आप के जिला अध्यक्ष एवं पार्षद प्रतिनिधि हैप्पी रानियां, जिला पार्षद जसदेव सिंह निक्का, गुरभेज सिंह गिल, मंजीत कौर, बलविंदर सिंह बराड़, संदीप कौर, गुरचरण सिंह फौजी ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी चौटाला परिवार के हाथों की कठपुतली बन गए हैं।
पिछले एक साल से लगातार चौटाला परिवार और जिला प्रशासन बैठकों से भाग रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इनेलो ने पिछले 25 साल से जिला परिषद को बंधक बना रखा है। हम जिला परिषद को इनेलो से मुक्त कराएंगे।
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