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Japan Earthquike : जापान में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए है। इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.6 बताई जा रही है। भूकंप के बाद सुनामी की शुरुआती लहरें उठने लगी हैं।
जापान से आ रही खबरों के मुताबिक, देश के मध्य क्षेत्र में कुछ मीटर ऊंची सुनामी लहरें उठने लगी हैं। ये लहरें यहां के तटीय इलाकों तक पहुंचने लगी हैं।
जापान के राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके के मुताबिक, इशाकवा प्रांत के वाजिमा शहर में 1.2 मीटर ऊंची समुद्री लहरें देखी गईं। टोयामा प्रांत के टोयामा शहर में सुनामी के कारण समुद्र में लहरें उठती देखी गईं।
इससे पहले, एनएचके ने मध्य जापान में इशाकवा प्रान्त के तटीय नोटो क्षेत्र में नागरिकों को तुरंत अपने घर छोड़ने और ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए कहा था।
अधिकारियों ने कहा है कि सुनामी के कारण नोटो में समुद्री लहरें पांच मीटर तक उठ सकती हैं।
नोटो के पड़ोसी प्रान्त निगाटा और टोयामा में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। यहां समुद्र में तीन मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका थी।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, इशाकवा प्रांत के सुजु शहर में भूकंप के कारण कई घर और बिजली के खंभे गिर गए हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वाजिमा पोर्ट पर 1.2 मीटर यानी चार फीट ऊंची लहरें उठी हैं।
इशिकावा प्रांत में 32 हजार 500 घरों की बिजली काट दी गई है। क्योदो समाचार एजेंसी ने स्थानीय प्रशासन के हवाले से यह जानकारी दी है।
जापान के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा ऑपरेटर कंसाई इलेक्ट्रिक ने कहा है कि भूकंप प्रभावित क्षेत्र में परमाणु संयंत्रों में चीजें सामान्य हैं।
एनएचके फुटेज में इशाकवा प्रांत के तटीय इलाके बुरी तरह हिलते नजर आ रहे हैं। भूकंप के तुरंत बाद टोक्यो और इशाकवा प्रान्त के बीच बुलेट ट्रेन का संचालन रोक दिया गया।
जापान में अब तक का सबसे विनाशकारी भूकंप 2011 में आया था। भूकंप की तीव्रता नौ थी। इसमें 18 हजार लोगों की मौत हो गई। कई शहर नक्शे से मिट गये।
इस भूकंप के कारण फुकुशिमा परमाणु ऊर्जा संयंत्र में रिसाव शुरू हो गया। इसका असर आज भी महसूस किया जाता है।
जापान ने इन प्रांतों के अलावा देशभर के कई अन्य प्रांतों में भी भूकंप की चेतावनी दी है।
इशकावा, निगाटा, नागानो और टोयामा में भी भूकंप की चेतावनी जारी की गई है।
पिछले तीन वर्षों के दौरान मध्य जापान में 3.6 से 7.6 तीव्रता तक के कई भूकंप आये हैं।
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