Haryana News: हरियाणा में एक और वायरस की आशंका के चलते इन दिनों मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसे लेकर राज्य और केंद्र सरकार ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी है। सोमवार को राज्य के सिरसा जिले में चीनी वायरस ने हड़कंप मचा दिया है।
इस वायरस की चपेट में आने की आशंका के चलते 11 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, बाद में इनमें से 5 की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग इस समय अलर्ट मोड में है।
जानकारी के मुताबिक, चीन के बच्चों में फैल रहे नए वायरस को लेकर सिरसा का स्वास्थ्य विभाग गंभीर रूप से बीमार बच्चों पर नजर रख रहा है। दो फ्लू संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल इन्फ्लूएंजा जांच के लिए अग्रोहा सिविल अस्पताल भेजे गए हैं। उनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। वहीं, पीआईसीयू वार्ड में 11 बच्चे भर्ती हैं। उनकी देखभाल के लिए 12 विशेष नर्सिंग स्टाफ तैनात हैं।
सिरसा के डिप्टी सीएमओ डॉ. बुधराम का कहना है कि खांसी और बुखार की शिकायत के बाद 11 बच्चों को सिविल अस्पताल के पीआईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। जो बच्चे खांसी और बुखार से पीड़ित हैं, उन्हें संदिग्ध चीनी वायरस का मरीज मानते हुए उनके सैंपल इनफ्लूएंजा जांच के लिए अग्रवाल मेडिकल कॉलेज भेजे जा रहे हैं। अभी किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है।
डॉ. बुधराम कहते हैं कि कोरोना काल में बुखार से पीड़ित हर व्यक्ति को संभावित मरीज मानकर जांच की गई। ऐसे में चीनी वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और खांसी-बुखार के हर मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है।
सिरसा जिले में अभी तक चीनी वायरस से जुड़ा एक भी मामला सामने नहीं आया है। खांसी और बुखार से पीड़ित बच्चे सिरसा के रहने वाले हैं। जैसे-जैसे रिपोर्ट निगेटिव आ रही है, उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है।
एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. संजय कुमार का कहना है कि जिले में 9 फ्लू संदिग्धों के सैंपल इंफ्लूएंजा जांच के लिए अग्रोहा भेजे गए हैं। इनमें से 5 बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि 4 की जांच बाकी है। फिलहाल नए वैरिएंट जैसा कोई मामला नहीं है, लेकिन विभाग सतर्क है।
केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट
24 नवंबर को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि वह चीन में फैल रही रहस्यमय बीमारी पर नजर रखे हुए है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था- चीन में बच्चों में H9N2 मामलों और सांस संबंधी बीमारियों के प्रसार पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
वहीं, चीन की ओर से कहा गया है कि मार्च तक इस बीमारी का खतरा ज्यादा है। इसके अलावा अधिकारियों ने कोविड-19 संक्रमण के फिर से बढ़ने के खतरे के बारे में भी आगाह किया है।
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