Haryana News : राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की है। इस चुनाव में हरियाणा से सटी राजस्थान की एक सीट भादरा सबसे हॉट सीट थी। यहां से मौजूदा विधायक कामरेड बलवान पूनिया CPI(M) का मुकाबला बीजेपी के संजीव बैनीवाल से था।
यह सीट इस लिए दिलचस्प हो गई थी क्योंकि इस पर दोनों उम्मीदवारों को हरियाणा के दो दिग्गज तन मन धन से समर्थन दे रहे थे। एक तरफ बलवान पूनिया को ऐलनाबाद से विधायक और इनेलो महासचिव अभय चौटाला समर्थन दे रहे थे तो दूसरी और संजीव बैनीवाल को समाज सेवी कप्तान मीनू बैनीवाल।
चुनाव में संजीव बैनीवाल को 1132 वोटों से जीत मिली। इस जीत का श्रेय कप्तान मीनू बैनीवाल को दिया जा रहा है। दूसरी और इस जीत को हरियाणा की ऐलनाबाद सीट का सेमीफाइनल भी कहा जा रहा है जिसमें मीनू बैनीवाल ने जीत दर्ज कर ली है।
एक तरफ संजीव के लिए कप्तान मीनू ने गांव-गांव जाकर प्रचार किया तो दूसरी और अभय चौटाला ने बलवान के समर्थन में कई जनसभाएं की। लेकिन लोगों ने मीनू की बात को स्वीकार किया और यहां बड़ा प्रभाव डाला।
चुनाव प्रचार के दौरान भी जहां बलवान पूनिया और अभय चौटाला संजीव बैनीवाल और मीनू बैनीवाल पर जुवानी हमले करते रहे वहीं दोनों ने सादगी से जबाव दिया। दूसरा मीनू की समाज सेवा का फायदा सबसे ज्यादा मिला।
मीनू का जीत का रिकॉर्ड अच्छा
मीनू बेनीवाल ने इससे पहले आदमपुर से भव्य बिश्नोई के लिए प्रचार किया था। वहां राजनीतिक गलियारों में कप्तान को कम आंका गया था लेकिन जीत में सबसे बड़े सूत्रधार साबित हुए। अब राजस्थान में संजीव का समर्थन किया और जीत दर्ज की।
दूसरी और अभय चौटाला ने जिसका भी चुनाव में प्रचार किया वो उम्मीदवार हार गए। अभय चौटाला ने भादरा से बलवान पूनिया (CPI), नोहर से अपने रिश्तेदार अभिषेक मटोरिया (BJP) और संगरिया से गुलाब सिवंर (IND) के लिए प्रचार और जनसभाएं की लेकिन तीनों ही इस बार हार गए।
2024 में कप्तान बनाम चौटाला!
राजनीतिक गलियारों में संजीव बैनीवाल की जीत को ऐलनाबाद का सेमीफाइनल कहा जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि मीनू बैनीवाल और अभय चौटाला के बीच 36 का आंकड़ा है। दूसरा बीते कई सालों से मीनू यहां सक्रिय है और सरकार के सहयोग से काफी काम और समाज सेवा करते आ रहे है।
चर्चा तो ये भी है कि मीनू यहां से अभय चौटाला के सामने चुनावी मैदान में भी हो सकते है। इस बात को हवा पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली भी चुके है। उन्होंने कहा था की ऐसे नेक दिल इंसान को चुनाव जरूर लड़ना चाहिए। जिसके बाद बात जोरों से चल पड़ी है कप्तान चुनाव लड़ सकते हैं।
हालांकि कप्तान अभी तक साफ करते आए है कि उनका चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। खैर अगर कप्तान मीनू बैनीवाल इस बार जिस भी उम्मीदवार को सपोर्ट करेंगे अभय चौटाला के लिए मुश्किल हो सकती है।
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