हरियाणा पुलिस का फिल्मी स्टाइल में बड़ा कारनामा, जमानत किसी की, चालाकी से छोड़ा किसी और को, पढ़ें

अंबाला: हरियाणा पुलिस का फिल्मी स्टाइल वाला एक कारनामा सामने आया है। दरअसल अंबाला सेंट्रल जेल प्रशासन ने मिलीभगत कर धोखे से ऐसे व्यक्ति को बाहर भेज दिया।  आरोप है कि एक युवक …

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अंबाला: हरियाणा पुलिस का फिल्मी स्टाइल वाला एक कारनामा सामने आया है। दरअसल अंबाला सेंट्रल जेल प्रशासन ने मिलीभगत कर धोखे से ऐसे व्यक्ति को बाहर भेज दिया। 


आरोप है कि एक युवक को मारपीट के मामले में जमानत मिल गई थी। पुलिस ने उसे छोड़ने के बजाय दूसरे युवक को छोड़ दिया और दूसरे युवक के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर लिया। 


अब पीड़ित युवक के परिजनों ने हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से गुहार लगाई है। इस मामले में गृह मंत्री ने जेल डीजी को जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। 


विज मंगलवार सुबह अपने आवास पर प्रदेश के कोने-कोने से आए लोगों की समस्याएं सुन रहे थे।


जानकारी के मुताबिक, अंबाला के बलाना गांव निवासी महिला और उसके परिजनों ने अंबाला जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका बेटा एक झगड़े के मामले में सेंट्रल जेल में बंद था। कुछ दिन पहले ही उन्हें जमानत मिली थी। जब परिजन अपने बेटे को लेने जेल पहुंचे तो जेल प्रशासन ने उन्हें बताया कि उनका बेटा पहले ही जमानत पर रिहा होकर घर जा चुका है। 


परिजनों ने बताया कि वे पूरी रात अपने बेटे को ढूंढते रहे, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला। इसके बाद वह दोबारा सेंट्रल जेल गये, लेकिन जेल प्रशासन की ओर से उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी। करीब एक हफ्ते बाद उन्हें पता चला कि उनके बेटे को दोबारा कोर्ट में पेश किया जा रहा है।


जब वह कोर्ट गए तो उनके बेटे ने बताया कि पहले उन्हें जमानत मिल गई थी, लेकिन जेल प्रशासन ने उनकी जगह जेल में बंद दूसरे व्यक्ति को रिहा कर दिया और अब मिलीभगत छिपाने के लिए जेल प्रशासन ने उन्हें फर्जी मामले में फंसाकर गिरफ्तार कर लिया गया है। 


परिजनों ने गृह मंत्री अनिल विज से इस मामले में जेल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उनके बेटे के खिलाफ दर्ज फर्जी मामले को रद्द करने की मांग उठाई। 


इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने जेल डीजी से बात की और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विज ने कहा कि जेल प्रशासन की मिलीभगत के बिना एक व्यक्ति के बदले दूसरे व्यक्ति को जेल से रिहा करना संभव नहीं होगा। उन्होंने डीजी को पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।


गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस संबंध में उन्होंने जेल प्रशासन से भी बात की थी। उसे किसने बताया कि उसने गलती से किसी और को छोड़ दिया है। विज ने कहा कि यह बड़ा मामला है, अगर ऐसी गलतियां होंगी तो और भी गलत लोगों को जेल प्रशासन रिहा कर सकता है। 


वहीं, अंबाला कैंट में निगार सिनेमा की खरीद-फरोख्त मामले की जांच के लिए बनी कमेटी द्वारा की गई कार्रवाई के सवाल पर मंत्री अनिल विज ने कहा कि कमेटी में कौन-कौन सदस्य थे और क्या-क्या आया इसकी जानकारी ली जाएगी। जांच में।

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