चंडीगढ़: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा 1 लाख 80 हजार रूपए तक की सालाना आय वाले परिवार की लड़कियों के लिए सरकारी एवं निजी कालेजों में मुफ्त शिक्षा और तीन लाख तक की आय वाले परिवार की लड़कियों के लिए 50 प्रतिशत फीस माफ करने की घोषणा करने को नाकाफी बताया।
उन्होंने कहा कि अगर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा साकार करना है तो सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों एवं कालेजों में प्रदेश की सभी बेटियों के लिए शिक्षा पूर्णत: मुफ्त होनी चाहिए। मुख्यमंत्री कहते हैं कि 3 लाख तक की सालाना आय में प्रदेश के लगभग सभी लोग आते हैं तो आज जिस तेजी से महंगाई बढ़ी है उसमे इतनी कम आय में मां बाप घर खर्च के साथ अपनी बेटी की पढ़ाई का खर्च कैसे वहन कर सकते हैं।
चौटाला ने सरकार का यह दायित्व बनता है कि वो प्रदेश की जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, रोजी, रोटी और मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान करे। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में सबसे ज्यादा असुरक्षित महिलाएं हरियाणा में हैं। अगर भाजपा सरकार महिलाओं और लड़कियों का उत्थान करना चाहती है तो प्रदेश की लड़कियों को मुफ्त शिक्षा के साथ साथ सुरक्षा भी प्रदान करे।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश के लोगों की आय में बहुत बड़ी असमानता है जहां मात्र दस प्रतिशत लोगों के पास प्रदेश की नब्बे प्रतिशत संपत्ति है वहीं नब्बे प्रतिशत लोगो के पास मात्र दस प्रतिशत ही संपत्ति है। भाजपा सरकार प्रति व्यक्ति आय के मामले में पूरे देश में नंबर एक पर होने का ढिंढोरा पीटती है लेकिन सच्चाई स्वयं मुख्यमंत्री ने ही बयान कर दी है कि उन्होंने 39 लाख परिवारों को अंतोदय योजना में शामिल किया है। जिसका मतलब है कि 3 करोड़ की जनसंख्या वाले हरियाणा के लगभग दो करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे आते हैं जो हरियाणा प्रदेश के लिए शर्म की बात है। भाजपा सरकार सिर्फ कागजों तक ही सीमित है और प्रदेश के लोगों की गाढ़ी कमाई को विज्ञापनों के माध्यम से अपना झूठा प्रचार करने में उड़ा रही है। भाजपा सरकार की धरातल पर वास्तविक स्थिति जीरो है।
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