Haryana News : हरियाणा में 40 हजार बुजुर्गों ने पेंशन लेने से इनकार कर दिया। इस बात का खुलासा खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को हुई विशेष चर्चा कार्यक्रम में किया। मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि इससे सरकार को करीब 100 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
जिन नागरिकों ने यह पेंशन लेने से इनकार कर दिया था, सरकार ने उनसे करीब 100 करोड़ रुपये की रकम बचाई है, अब यह रकम सेवा आश्रम के निर्माण के लिए दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने उन वरिष्ठ नागरिकों से बात की है, जिन्होंने वृद्धावस्था भत्ता के पात्र होने के बावजूद इसे लेने से इनकार कर दिया है।
सीएम ने कहा कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के माध्यम से प्रो-एक्टिव मोड में वृद्धावस्था पेंशन बनाने के बाद 60 वर्ष की आयु के पात्र लोगों से उनकी पेंशन शुरू करने की सहमति देने के लिए संपर्क किया जाता है।
14 जिलों में बुजुर्गों के लिए सेवा आश्रम बनाए जाएंगे
चर्चा के दौरान सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अस्पतालों में वरिष्ठ नागरिक कॉर्नर बनाए हैं ताकि बुजुर्गों को पर्ची बनवाने से लेकर दवा लेने तक कतारों में न खड़ा होना पड़े।
बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए वित्तीय वर्ष के बजट में 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए प्रहरी योजना शुरू की गई है। इसके साथ ही अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए रेवाडी में देखभाल एवं वरिष्ठ नागरिक सेवा आश्रम खोला गया है।
ऐसा ही एक आश्रम करनाल में निर्माणाधीन है, इसके अलावा 14 अन्य जिलों में भी इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है।
बुजुर्ग लोग स्वयंसेवक के रूप में सेवाएं दे सकते हैं
सीएम ने कहा कि इन सबके अलावा रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा पानीपत, अंबाला और पंचकुला में वृद्धाश्रम चलाए जा रहे हैं। श्री माता देवी माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड द्वारा पंचकुला में वृद्धाश्रम भी चलाया जा रहा है।
कामकाजी बुजुर्गों के लिए राज्य के 13 जिलों में 14 डे केयर सेंटर खोले गये हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वरिष्ठ नागरिकों से अपील की है कि जो लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं वे प्रहरी योजना से जुड़कर समाज कल्याण में अपना योगदान दे सकते हैं।
सीएम ने कहा कि डायल 112 पर कॉल करके स्वयंसेवक के रूप में पंजीकरण कराया जा सकता है। वरिष्ठ नागरिक भी युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन प्रदान करने में अपना सहयोग दे सकते हैं।
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