Naya Haryana News, चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने वीरवार को बयान जारी कर यमुनानगर जहरीली शराब से हुई 7 लोगों की मौत को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। उन्होंन कहा कि पूरे हरियाणा में अवैध ठेके चल रहे हैं और गली गली में अवैध शराब बिक रही है। खुलेआम नकली शराब बिक रही है, नकली शराब की होम डिलीवरी तक हो रही है। जिस पर भाजपा की गठबंधन सरकार लगाम लगाने में नाकाम साबित हुई है। हरियाणा की भाजपा सरकार युवा पीढ़ी को नशे में डूबा रही है और प्रदेश की महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में सरकार और माफिया की मिलीभगत से अवैध ठेके चल रहे हैं। नेताओं के संरक्षण में नकली शराब की फैक्ट्रियां चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्रांडेड बोतलों में भरकर नकली शराब बेचने का धंधा भी खुलेआम चल रहा है। पिछले दिनों फरीदाबाद में भी अवैध शराब बनाने का एक मामला सामने आया था, जिसमें अवैध शराब का रिबॉटलिंग प्लांट पकड़ा गया था। जहां महंगी और ब्रांडेड शराब के नाम पर मिलावटी शराब की बिक्री हो रही थी। प्लांट में थीनर से शराब बनाकर और पैक कर 6000 रुपए की शराब 600 रुपए में बाजार में बेचते थे और इस नकली शराब की होम डिलीवरी भी की जाती थी। इसके अलावा कुछ ठेकों से भी इनकी बिक्री हो रही थी। उन्होंने कहा कि इसको ऑर्गनाइज तरीक़े से माफ़िया ऑपरेट कर रहा है। नक़ली शराब से होने वाली हर मौत की जिम्मेदार हरियाणा सरकार है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल भी शराब से हरियाणा में चार युवकों की मौत हो गई थी, जिनमें तीन युवक सोनीपत और एक पानीपत का रहने वाला था। इसके अलावा दो महीने पहले दो महीने पहले हरियाणा से रुई और भूसे में छिपाकर 70 लाख रुपए की अवैध शराब अलीगढ़ भेजी जा रही थी। इस शराब घोटाले पर ईडी का ध्यान क्यों नहीं जाता। उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि पूरे हरियाणा में बड़े स्तर पर अवैध शराब का धंधा फैला हुआ है, जिसकी तस्करी दूसरे प्रदेशों तक की जाती है और ये काम सरकार की मिलीभगत के बिना मुश्किल है। हरियाणा सरकार के संरक्षण से प्रदेश में अवैध शराब का हजारों करोड़ का घोटाला चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हरियाणा में जहरीली शराब पीने से कई घरों में मातम पसर चुका है। लेकिन सरकार को किसी से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि नवंबर, 2020 में भी सोनीपत में जहरीली शराब पीने से 29 लोगों की जान चली गई थी। यहां तक की कई लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई थी और 5 नवंबर, 2020 को गांव नैना-ततारपुर में अवैध शराब बनाने की फैक्टरी पकड़ी गई थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अवैध शराब बनाने की न जाने ऐसी ही कितनी फैक्ट्रियां चल रही हैं, लेकिन भाजपा सरकार की नजर में आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं हैं। भाजपा सरकार केवल वोट की राजनीति करती है। नकली शराब से प्रदेश की लाखों करोड़ों की आबकारी आय को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
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