Haryana Assembly Election 2024 : बेरी में 5 बार लगातार और कुल 6 बार इस सीट से डॉ रघुवीर सिंह कादियान जीतकर विधानसभा पहुंच चुके हैं, लेकिन इस बार माहौल कुछ और ही कहानी बयां कर रहा है।
भाजपा के पूर्व में प्रत्याशी रहे विक्रम कादयान चुनाव हारने के बावजूद पिछले 5 साल से 1 दिन भी चैन से नहीं बैठे हैं और हल्के में सीधे मतदाताओं तक दस्तक दे रहे हैं। वहीं मनोहर लाल खट्टर की छवि और कमजोर विपक्ष हल्के में कमल खिलाने की आहट दे रहा है।
डॉ. रघुवीर कादयान 6 बार चुने गए विधायक
डॉ. रघुवीर कादयान कुल 6 बार विधायक बने चुके हैं। बेरी सीट से पहली बार 1967 में प्रताप सिंह दौलता कांग्रेस से जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे। इसके बाद 1968 में कांग्रेस से रण सिंह ने चुनाव जीता। 1972 में प्रताप सिंह दौलता ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंचे। 1977 में रण सिंह ने जेएनपी के बैनर तले चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
1980 में हुए उपचुनाव में अजित सिंह कादयान जेएनपी (एसएल) ने चुनाव जीता। 1982 में ओमप्रकाश बेरी ने लोकदल पार्टी से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 1987 में डॉ रघुवीर सिंह कादियान ने लोकदल से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। 1991 में एक बार फिर ओमप्रकाश बेरी ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंचे। 1996 में वीरेंद्र पाल ने एसपी के बैनर तले चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे।
उसके बाद वर्ष 2005 से 2019 तक कांग्रेस पार्टी से लगातार 5 बार चुनाव जीते। 2024 के चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और देखने वाली बात ये होगी कि ये गढ़ बचेगा या खिसकेगा।
2024 के लिए चर्चित चेहरे
बीजेपी- विक्रम कादियान, प्रदीप अहलावत, शिव कुमार रंगीला
कांग्रेस- रघुवीर कादियान, अजय अहलावत
जजपा- उपेंद्र कादियान
2024 में क्या होने वाला है?
डॉ रघुवीर कादयान के लिए सातवीं बार इस सीट से जीतना बिल्कुल आसान नहीं होगा क्योंकि वर्तमान समय में कांग्रेस थोड़ी बिखरी हुई है और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस को संवारने में लगे है। जिसके कारण कादयान की समस्याएं कम हो सकती हैं।
दूसरी तरफ बीजेपी इस बार ज्यादा उत्साह से मैदान में उतरने वाली है और उसके सभी नेता मतदाताओं तक पहुंचकर पार्टी को मजबूत कर रहे हैं। वहीं इस बार इनेलो भी मज़बूती से अपने आप को पेश करेगी। वहीं आप के आने से भी वोटों पर फ़र्क़ पडे़ागा। ऐसे में 2024 के चुनाव में बेरी में भी रोमांचक चुनावी मुकाबला देखने को मिलेगा और प्रदेश भर की नजरें इस सीट पर रहेंगी।
राजनीतिक इतिहास
1967 प्रताप सिंह दौलता कांग्रेस
1968 रण सिंह कांग्रेस
1972 प्रताप सिंह दौलता आजाद
1977 रण सिंह जनता पार्टी
1980 अजीत सिंह जनता पार्टी
1982 ओमप्रकाश बेरी लोकदल
1987 रघुवीर कादयान लोकदल
1991 ओमप्रकाश बेरी कांग्रेस
1996 वीरेंद्र पाल समता
2000 रघुवीर कादयान कांग्रेस
2005 रघुबीर कादयान कांग्रेस
2009 रघुबीर कादयान कांग्रेस
2014 रघुबीर कादयान कांग्रेस
1019 रघुबीर कादयान कांग्रेस
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