चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस में लंबे समय से चल रही गुटबाजी और आपसी खींचतान के बीच पार्टी नेतृत्व ने जिला प्रभारियों और दो जोन (नॉर्थ व साउथ) के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटियों का गठन किया है।
इन नियुक्तियों को आगामी शहरी स्थानीय निकाय चुनावों (नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका चुनाव) को देखते हुए किया गया है।हालांकि, इस लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों की संख्या सबसे अधिक देखी जा रही है, जिससे यह साफ है कि प्रदेश संगठन में हुड्डा खेमा मजबूत स्थिति में बना हुआ है।
नई नियुक्तियों में किन गुटों को फायदा?
हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया के करीबी नेताओं को भी इस लिस्ट में जगह दी गई है। वहीं, पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं, जैसे पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला के समर्थकों को भी संगठन में शामिल किया गया है, ताकि उन्हें भी साधा जा सके।
इससे पहले हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने जिला प्रभारियों की एक संशोधित सूची जारी की थी, लेकिन दीपक बाबरिया ने इस पर रोक लगा दी थी। माना जा रहा है कि इस बार दीपक बाबरिया और सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल ने पार्टी नेतृत्व से मंजूरी लेने के बाद ही सूची जारी की है।
किसे कहां मिला पद? (मुख्य जिला प्रभारियों की लिस्ट)
हरियाणा कांग्रेस ने सभी जिलों में प्रभारी और सह-प्रभारी नियुक्त किए हैं। प्रमुख नियुक्तियां इस प्रकार हैं:
✔️ अंबाला – राजरानी पूनम (प्रभारी), नवजोत कौर कश्यप (सह-प्रभारी)
✔️ भिवानी – राव दान सिंह (प्रभारी), सतविंद्र सिंह राणा (सह-प्रभारी)
✔️ फरीदाबाद – आफताब अहमद (प्रभारी), रोहतास बेदी (सह-प्रभारी)
✔️ गुरुग्राम – करण सिंह दलाल (प्रभारी), अशोक गर्ग (सह-प्रभारी)
✔️ हिसार – शीशपाल केहरवाल (प्रभारी), धर्मबीर कौलेखां (सह-प्रभारी)
✔️ कैथल – अत्तर सिंह सैनी (प्रभारी), राजेश संदलाना (सह-प्रभारी)
✔️ रोहतक – जयवीर सिंह वाल्मीकि (प्रभारी), दिव्यांशु बुद्धिराजा (सह-प्रभारी)
✔️ सिरसा – परमवीर सिंह (प्रभारी), गौरव संपत सिंह (सह-प्रभारी)
✔️ यमुनानगर – प्रदीप चौधरी (प्रभारी), रोहित जैन (सह-प्रभारी)
इसके अलावा, पार्टी ने सभी जिलों में ग्रामीण और शहरी कन्वीनर एवं को-कन्वीनर भी नियुक्त किए हैं।
हरियाणा को दो जोन में बांटा गया, बनीं कोऑर्डिनेशन कमेटियां
हरियाणा कांग्रेस ने राज्य को दो जोन (नॉर्थ और साउथ) में बांटते हुए, इनके लिए अलग-अलग कोऑर्डिनेशन कमेटियों का गठन किया है।
📌 नॉर्थ जोन में शामिल जिले: अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, फतेहाबाद, सिरसा, करनाल, पानीपत, हिसार।
📌 साउथ जोन में शामिल जिले: सोनीपत, जींद, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद।
निकाय चुनाव में पार्टी सिंबल पर होगी रणनीति
कांग्रेस ने घोषणा की है कि नगर निगम चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ा जाएगा।
हालांकि, नगर परिषद और नगर पालिका चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़े जाएंगे या नहीं, इसका फैसला संगठन के नए पदाधिकारियों से चर्चा के बाद लिया जाएगा।
लिस्ट में बड़ा ‘खेला’, निष्कासित नेता को भी मिली जगह
इस बार कांग्रेस की सूची में एक बड़ा विवाद भी सामने आया है। नॉर्थ जोन की सूची में कैथल जिले के कन्वीनर के रूप में सतबीर भाना जांगड़ा का नाम शामिल किया गया है, जो कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित किए जा चुके थे।
सतबीर भाना 2019 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण बागी हो गए थे और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।अब उन्हें फिर से संगठन में जगह मिल गई है, जिससे कांग्रेस की लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं।
कांग्रेस ने संतुलन साधने की कोशिश की, लेकिन विवाद बरकरार
हरियाणा कांग्रेस की इस नई नियुक्ति सूची में, हुड्डा गुट को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है, लेकिन अन्य धड़ों को भी संतुष्ट करने का प्रयास किया गया है।
हालांकि, लिस्ट में बागी नेताओं को फिर से संगठन में शामिल करने का फैसला पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए असमंजस पैदा कर सकता है। अब देखना यह होगा कि ये नई नियुक्तियां हरियाणा कांग्रेस में एकजुटता ला पाती हैं या गुटबाजी और बढ़ेगी।
आगामी निकाय चुनावों में कांग्रेस की रणनीति और इन नियुक्तियों का प्रभाव देखने योग्य रहेगा।